आज के समय में नशा एक बहुत बड़ी सामाजिक और मानसिक समस्या बन चुका है। शराब, तंबाकू, गांजा, चरस, अफीम आदि जैसे नशे इंसान की जिंदगी को अंधकार में ले जाते हैं। कई लोग इससे छुटकारा पाने के लिए डॉक्टरों, दवाइयों, काउंसलिंग, यहां तक कि तीर्थ यात्रा का सहारा लेते हैं, लेकिन फिर भी वे पूरी तरह नशे से मुक्त नहीं हो पाते। इसका एकमात्र स्थायी समाधान है – सच्चे सतगुरु की भक्ति।
जब कोई व्यक्ति सच्चे सतगुरु की शरण में जाता है और उनके द्वारा बताए गए सच्चे भक्ति मार्ग को अपनाता है, तो वह आत्मा को शक्ति प्राप्त होती है। यह शक्ति आत्मा को अंदर से बदल देती है। जैसे आग में बर्फ डाल दी जाए तो वह तुरंत पिघल जाती है, वैसे ही सच्चे नाम (मोक्ष मंत्र) की अग्नि में नशे जैसी बुरी आदतें पिघल जाती हैं।
संत रामपाल जी महाराज का नाम आज इस विषय में विशेष रूप से लिया जाता है। लाखों लोग जो नशे के गहरे दलदल में फंसे थे, आज उनके बताए गए नियमों और सतभक्ति से पूरी तरह नशा छोड़ चुके हैं। किसी को दवा नहीं दी जाती, कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की जाती — केवल सच्चा ज्ञान, सच्चा नाम दीक्षा, और सत्संग सुनने की प्रेरणा दी जाती है।
जो नशेड़ी कभी सुबह आंख खुलते ही शराब या तंबाकू ढूंढ़ता था, वही आज प्रातः चार बजे उठकर सुमिरन करता है। यह किसी दवा या इलाज का परिणाम नहीं, बल्कि सच्चे गुरु की कृपा का चमत्कार है।
सच्चे सतगुरु की शरण में आकर मिला आत्मबल ही असली समाधान है। नशे जैसी बीमारी का इलाज केवल बाहर से नहीं, अंदर से चाहिए — और यह अंदरूनी शक्ति केवल सच्चे गुरु की भक्ति से ही मिलती है।
संदेश:
अगर आप या आपका कोई अपना नशे से पीड़ित है, तो समाधान दूर नहीं — बस सच्चे सतगुरु की शरण में आइए, जैसे लाखों लोगों ने पाया है, वैसे ही आप भी पाएंगे नशा-मुक्त जीवन और सच्चे सुख की प्राप्ति।
0 Comments