🌙 रातों-रात बदल गया भाग्य – जब मिली सच्चे संत की शरण

 



मानव जीवन अनेक संघर्षों से भरा होता है। कोई आर्थिक तंगी से जूझता है, कोई बीमारी से, तो कोई मानसिक तनाव से। सभी समस्याओं का एक ही मूल कारण है – आध्यात्मिक अज्ञान। जब तक हम इस सृष्टि के रचयिता को नहीं पहचानते, तब तक हमारी आत्मा भटकती रहती है। यही अनुभव किया हरियाणा के रोहतक निवासी रमेश कुमार ने।

रमेश एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे। बचपन से ही उन्होंने कठिन परिश्रम किया, लेकिन सफलता हमेशा उनसे कुछ कदम दूर रही। पढ़ाई में अच्छे थे, लेकिन नौकरी नहीं लगी। घर की स्थिति बिगड़ने लगी, परिवार वालों ने भी ताने मारने शुरू कर दिए। रमेश ने मंदिर, मस्जिद, दरगाह, तीर्थ सब जगह मन्नतें मांगी, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला।

एक दिन रमेश की मुलाकात एक साधक से हुई, जिसने उन्हें संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुनने की सलाह दी। पहले तो रमेश ने हँसी में टाल दिया, लेकिन जब उसी रात उन्होंने एक अद्भुत सपना देखा जिसमें कोई दिव्य पुरुष उन्हें पुकार कर कह रहे थे, “बेटा! अब समय है सच्चा ज्ञान लेने का।” अगले दिन रमेश ने YouTube पर संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुना।

सत्संग सुनते ही उनके अंदर एक ऊर्जा भर गई। संत जी के वचनों में उन्हें वह प्रमाण मिले, जो जीवनभर किसी धर्मगुरु से नहीं मिले थे – वेदों, गीता, कुरान, बाइबिल और गुरु ग्रंथ साहिब से प्रमाण कि कबीर साहेब ही परमेश्वर हैं और संत रामपाल जी उनके प्रतिनिधि।

रमेश ने तुरंत नाम दीक्षा ली। उसके बाद उनके जीवन में ऐसा परिवर्तन आया कि सभी हैरान रह गए। जिस नौकरी का वे वर्षों से इंतज़ार कर रहे थे, वह दो महीने के अंदर मिल गई। घर की स्थिति सुधरी, स्वास्थ्य में सुधार हुआ और मन को शांति मिली। रमेश अब हर दिन सतभक्ति करते हैं और कहते हैं:

"अगर मुझे संत रामपाल जी महाराज की शरण पहले मिलती, तो जीवन यूं बर्बाद न होता।"

आज रमेश जैसे लाखों लोग संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर अपने जीवन का भाग्य बदल चुके हैं। यह कोई चमत्कार नहीं, बल्कि सच्चे संत द्वारा बताए गए सत्यनाम और नियमों का प्रभाव है।


📌 निष्कर्ष:

सच्चे संत की पहचान यह नहीं कि वो चमत्कार दिखाए, बल्कि वो शास्त्रों से प्रमाणित भगवान का ज्ञान दे। संत रामपाल जी महाराज आज के युग में वही ज्ञान दे रहे हैं, जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है। अगर आपका जीवन भी संघर्षों से घिरा है, तो एक बार संत रामपाल जी महाराज का सत्संग अवश्य सुनें – क्योंकि सच्चे संत की शरण में ही भाग्य बदलता है।


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