प्रस्तावना
आज का युग कलियुग है – अधर्म, पाप, असत्य, लालच, हिंसा और रोगों का समय। लोग दुखी हैं, रोगग्रस्त हैं, और मानसिक शांति से कोसों दूर हैं। ऐसे समय में क्या यह सोचा जा सकता है कि सतयुग यानी सत्य, शांति और भक्ति का युग वापस आ सकता है?
उत्तर है – हां, और यह चमत्कार घटित हो रहा है संत रामपाल जी महाराज के नेतृत्व में, जो इस धरती पर सतयुग जैसी पवित्र व्यवस्था स्थापित कर रहे हैं। आइए जानते हैं कैसे एक सच्चे गुरु के माध्यम से कलियुग में सतयुग का उदय हो रहा है।
कलियुग क्या है?
हमारे शास्त्रों में समय को चार युगों में बाँटा गया है:
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सतयुग – सत्य और धर्म का युग
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त्रेतायुग – धर्म में गिरावट का आरंभ
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द्वापरयुग – अधर्म का विस्तार
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कलियुग – पाप, अधर्म, मोह-माया, रोगों और अज्ञानता का युग
कलियुग में:
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लोग धर्म से दूर हैं
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गलत पूजा पद्धतियों का पालन हो रहा है
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झूठे गुरु समाज को भटका रहे हैं
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मनुष्य केवल पैसा, भोग और प्रसिद्धि के पीछे भाग रहा है
यह युग दुख, छल, धोखा, और आत्मिक विनाश का युग बन चुका है।
सतयुग कैसा था?
शास्त्रों के अनुसार, सतयुग में:
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सत्य और धर्म सर्वोच्च थे
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लोग 1 लाख वर्षों तक जीवित रहते थे
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कोई युद्ध, पाप, या बीमारी नहीं होती थी
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लोग परमात्मा की भक्ति सही विधि से करते थे
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समाज में प्रेम, समर्पण और शांति थी
सतयुग वास्तव में स्वर्ग जैसा युग था।
क्या कलियुग में सतयुग आ सकता है?
हाँ, आ सकता है, परंतु यह केवल तभी संभव है जब स्वयं परमात्मा या उनका भेजा हुआ तत्त्वदर्शी संत इस पृथ्वी पर आए और लोगों को सही आध्यात्मिक ज्ञान देकर पापों से मुक्त करें।
शास्त्रों में उल्लेख है कि कलियुग के अंत में परमात्मा पुनः स्वयं अवतरित होंगे और सत्य ज्ञान से लोगों को मोक्ष प्रदान करेंगे।
सतयुग लाने वाले – संत रामपाल जी महाराज
संत रामपाल जी महाराज वही पूर्ण संत हैं जिनका वर्णन श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में है। वे वर्तमान समय में पूर्ण परमात्मा कबीर जी के आदेश पर कलियुग में सतयुग जैसी स्थिति स्थापित कर रहे हैं।
उनका मिशन:
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झूठी पूजा विधियों को समाप्त करना
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सभी धर्मों की पुस्तकों से एक ही सत्य को उजागर करना
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सतनाम और सारनाम जैसी सच्ची भक्ति विधि प्रदान करना
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समाज से व्यभिचार, नशा, मांसाहार, झूठ, चोरी आदि का अंत करना
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एक ऐसा समाज बनाना जहाँ प्रेम, समानता और ईश्वर भक्ति हो
शास्त्रों से प्रमाण
1. भगवद गीता अध्याय 4 श्लोक 34:
“तत्त्वदर्शी संतों को जानो, उनसे ज्ञान प्राप्त करो।”
संत रामपाल जी महाराज वही तत्त्वदर्शी संत हैं जो वेद, गीता, कुरान, बाइबल, गुरु ग्रंथ साहिब से प्रमाणित ज्ञान दे रहे हैं।
2. कबीर सागर, ब्रह्म निरूपण:
“कलियुग में सतयुग फिर से आएगा, सतगुरु नाम जपवाएगा।”
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग में लाखों लोग सच्चा नाम लेकर सतयुग जैसे जीवन जी रहे हैं।
3. श्री देवी भागवत, स्कंध 7, अध्याय 36:
“कलियुग के अंत में एक तत्त्वदर्शी संत जन्म लेंगे जो सत्य ज्ञान का प्रचार करेंगे।”
कैसे हो रहा है सतयुग की स्थापना?
हजारों लोगों के जीवन में परिवर्तन:
✦ सामाजिक सुधार:
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शराब, मांस, नशा पूर्ण रूप से त्यागना
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झूठ, चोरी, रिश्वत और व्यभिचार का अंत
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महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा
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बिना दहेज के शादियाँ
✦ आध्यात्मिक सुधार:
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शास्त्रों अनुसार सही भक्ति करना
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मन की शांति, आत्मा की तृप्ति
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भूत-प्रेत, काला जादू से मुक्ति
✦ चमत्कारी बदलाव:
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लाइलाज रोगों से मुक्ति (कैंसर, लकवा, ट्यूमर)
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आत्महत्या जैसे विचारों से बाहर निकलना
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पूर्ण जीवन परिवर्तन, स्वर्ग जैसा अनुभव
यह सब सत्य नाम के जाप और संत रामपाल जी महाराज के सत्संग से संभव हो रहा है।
क्या सिखाते हैं संत रामपाल जी महाराज?
1. केवल कबीर परमेश्वर ही सच्चा ईश्वर हैं
शास्त्रों के आधार पर बताते हैं कि कबीर जी ही सभी जीवों के रचयिता हैं।
2. सच्ची भक्ति केवल शास्त्रों से प्रमाणित विधि से ही संभव है
नकली पूजा विधियों से कुछ प्राप्त नहीं होता।
3. नाम दीक्षा (सतनाम + सारनाम)
केवल यही मन्त्र जीव को जन्म-मरण, पाप, और दुःख से मुक्ति देते हैं।
4. जीवन में अनुशासन और नैतिकता
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नशा नहीं
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मांसाहार नहीं
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चोरी, झूठ, व्यभिचार नहीं
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दया, प्रेम और सत्य की राह
यह सब मिलकर कलियुग में सतयुग की स्थापना करते हैं।
संत रामपाल जी के अनुयायियों के चमत्कारी अनुभव
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लंगड़े चलने लगे
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कैंसर से मुक्ति
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अदालतों से झूठे केसों में विजय
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आत्मा को साक्षात दर्शन
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बुरे संस्कारों का अंत
सरकार और समाज द्वारा सराहना
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शिक्षा, रक्तदान, नशा मुक्ति, स्वच्छता अभियान में योगदान
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प्राकृतिक आपदाओं में राहत सेवाएं
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नारी सम्मान और सामूहिक विवाह (बिना दहेज)
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नकली गुरुओं का खंडन और समाज सुधार
सतयुग के लक्षण जो आज हो रहे हैं
✅ नशा मुक्त समाज
✅ जात-पात समाप्त
✅ जीवन में संतोष और आनंद
✅ सभी धर्मों का सम्मान
✅ लाखों घरों में रोज भक्ति और सच्चा ज्ञान
✅ जीवन में रोग और डर से मुक्ति
आप भी कैसे बन सकते हैं सतयुग का हिस्सा?
1. पवित्र पुस्तकें पढ़ें – "ज्ञान गंगा", "जीने की राह"
यह पुस्तकें निशुल्क उपलब्ध हैं और आपको सत्य ज्ञान देती हैं।
2. सत्संग देखें
प्रतिदिन सत्संग देखें:
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Sadhna TV
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YouTube चैनल – Satlok Ashram
3. नाम दीक्षा लें
संत रामपाल जी महाराज के अधिकृत सेवकों से सतनाम + सारनाम लें और जीवन में बदलाव देखें।
निष्कर्ष: कलियुग में सतयुग – एक जीवंत सत्य
जब समस्त संसार अंधकार में डूबा हो, उस समय यदि कोई संत आकर सच को उजागर करे, अधर्म का नाश करे, और लाखों लोगों को मुक्ति का मार्ग दिखाए – तो यह केवल कोई सामान्य संत नहीं होता। वह स्वयं परमात्मा के आदेश से भेजा गया होता है।
संत रामपाल जी महाराज वही दिव्य शक्ति हैं, जिनकी कृपा से आज कलियुग में सतयुग की स्थापना हो रही है।
अब निर्णय आपका है –
क्या आप उस सतयुग का हिस्सा बनना चाहेंगे?
या इस कलियुग की अंधी दौड़ में खो जाना चाहेंगे?
📞 अधिक जानकारी के लिए:
🌐 वेबसाइट: www.jagatgururampalji.org
📺 यूट्यूब: Satlok Ashram
📚 निशुल्क पुस्तकें: Gyan Ganga, Way of Living
📞 नाम दीक्षा हेल्पलाइन: +91 8222880541
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