प्रस्तावना
"अब बच्चे-बच्चे बोलेंगे, बंधनमुक्त सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय!" — यह वाक्य केवल एक नारा नहीं है, बल्कि वह भविष्यवाणी है जो आज धीरे-धीरे साकार हो रही है। जिस समाज में अंधविश्वास, झूठे दिखावे और नकली गुरुओं की भरमार थी, वहाँ अब ज्ञान, भक्ति और मुक्ति का सच्चा मार्ग सतगुरु रामपाल जी महाराज ने प्रदान किया है। उनका नाम अब घर-घर में गूंज रहा है, बच्चे-बच्चे की जुबान पर उनकी जयकार है। यह लेख उनके जीवन, उपदेशों, चमत्कारों और वर्तमान युग के बदलावों को समर्पित है।
1. कौन हैं बंधिचोर सतगुरु रामपाल जी महाराज?
सतगुरु रामपाल जी महाराज वर्तमान में ऐसे संत हैं जो शास्त्रों के अनुसार पूर्ण परमात्मा कबीर जी के अवतार हैं। उन्होंने सिद्ध किया है कि जो ज्ञान वे दे रहे हैं वह केवल अनुभव या कल्पना पर नहीं, बल्कि पवित्र वेदों, श्रीमद्भगवद गीता, कुरान, बाइबिल और गुरु ग्रंथ साहिब पर आधारित है। उनका उद्देश्य मानव समाज को भक्ति का सही रास्ता बताना और आत्मा को मोक्ष दिलवाना है।
2. "बंधिचोर" की उपाधि क्यों?
सतगुरु रामपाल जी को "बंधिचोर" इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन्होंने आत्मा को तीनों गुणों (राजस, तमस, सत) के बंधन से मुक्त करने का कार्य किया है। जैसे परमात्मा कबीर साहेब ने काशी में बंधन से भक्तों को छुड़ाया था, वैसे ही संत रामपाल जी ने भक्तों को जन्म-मरण, पाप-पुण्य, और काल-चक्र के बंधनों से मुक्त किया है। इसलिए उन्हें बंधिचोर सतगुरु कहा जाता है।
3. बच्चों पर विशेष कृपा
संत रामपाल जी महाराज के भक्तों के घरों में आज छोटे-छोटे बच्चे भी सच्चे भक्ति पथ पर हैं। वे टीवी पर आने वाले सत्संग को ध्यानपूर्वक सुनते हैं, कबीर साहेब के दोहे याद करते हैं, और रामपाल जी महाराज को "भगवान" मानकर उनका नाम सच्चे मन से लेते हैं। बच्चा-बच्चा आज कह रहा है –
"रामपाल जी महाराज ही सच्चे भगवान हैं।"
इसका कारण है कि जो ज्ञान उन्हें मिला है, वह न सिर्फ़ तर्कसंगत है बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी उचित है।
4. चमत्कार नहीं, प्रमाणित सत्संग का प्रभाव
कई लोग चमत्कारों के पीछे भागते हैं लेकिन संत रामपाल जी महाराज ने बताया कि असली चमत्कार ज्ञान है। जब एक व्यक्ति सच्चा ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो उसका जीवन अपने आप बदल जाता है। आज लाखों लोग उनके सत्संग से जुड़कर शराब, मांस, जुआ, व्यभिचार जैसे बुरे कर्म छोड़ चुके हैं। छोटे-छोटे बच्चों ने अपने माता-पिता को समझाया कि यह पाप हैं और उन्हें भी नाम दीक्षा दिलवाई।
5. बच्चों की जुबान पर क्यों है जयकारा?
यह सवाल अक्सर उठता है कि छोटे बच्चों को कैसे इतना विश्वास हो गया कि सतगुरु रामपाल जी ही भगवान हैं? इसका उत्तर छुपा है उनके वातावरण में। जिन घरों में सत्संग बजता है, जहाँ माता-पिता नामदीक्षा लेकर नियम से रहते हैं, वहाँ बच्चे भी उसी पथ पर चलते हैं। जब वे अपने घर में प्रेम, शांति, सुख, और रोगमुक्त जीवन देखते हैं, तो स्वाभाविक रूप से वे भी जयकारा लगाते हैं –
"बंधिचोर सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय!"
6. आज का युवा क्यों जुड़ रहा है सतगुरु से?
आज का युवा ज्ञान चाहता है, प्रमाण चाहता है। उसे केवल अंधविश्वास से संतोष नहीं होता। सतगुरु रामपाल जी महाराज ने शास्त्रों से दिखाकर बताया कि कौन-सा पूजा विधि सही है, कौन-सी गलत। यह प्रमाणिकता युवाओं को आकर्षित कर रही है। वे गहराई से जान रहे हैं कि विज्ञान और भक्ति विरोधी नहीं हैं, बल्कि सही भक्ति से विज्ञान भी सही दिशा में कार्य करता है।
7. समाज में परिवर्तन – बंधन टूट रहे हैं
आज समाज में जो परिवर्तन देखने को मिल रहा है, वह सतगुरु रामपाल जी महाराज के उपदेशों का परिणाम है। जातिवाद, ऊँच-नीच, पाखंड, तंत्र-मंत्र जैसे बंधनों से लोग मुक्त हो रहे हैं। बच्चे अब यह नहीं पूछते कि "तेरा धर्म क्या है?", बल्कि कहते हैं – "हम सब एक हैं, एक ही भगवान है – कबीर साहेब"। और उनका प्रतिनिधि है –
"बंधिचोर सतगुरु रामपाल जी महाराज।"
8. संत रामपाल जी के कुछ अमर उपदेश – बच्चों की भाषा में
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"झूठ बोलना पाप है, सच्चाई से बड़ा कोई धर्म नहीं।"
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"गाली देना नहीं, भक्ति करना है।"
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"ईश्वर एक है, वही सबका मालिक है।"
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"शांति चाहिए तो रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लो।"
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"TV, मोबाइल, गेम्स छोड़ो – सत्संग सुनो और जीवन संवारो।"
9. क्या यह भविष्यवाणी थी?
हाँ! यह भविष्यवाणी पहले ही कबीर साहेब, गरीबदास जी और अन्य संतों द्वारा की गई थी कि कलियुग में एक ऐसा संत आएगा जो शास्त्रों से सिद्ध करके मोक्ष का मार्ग बताएगा। वह संत कबीर जी के समान होगा और बच्चे-बच्चे उसकी जय बोलेंगे।
आज वही समय आ गया है।
10. निष्कर्ष: अब रुकेगा नहीं यह नाम
सतगुरु रामपाल जी महाराज का नाम अब किसी को रोकना मुश्किल है। चाहे कोई कितना भी विरोध करे, यह ज्ञान की ज्योति अब बुझ नहीं सकती। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी की जुबान पर अब एक ही नाम है –
"बंधिचोर सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय!"
समर्पण – एक बच्चे की आवाज़ से:
“मुझे ना मोबाइल चाहिए, ना गेम, ना कार्टून...
मुझे चाहिए बस सतगुरु रामपाल जी महाराज का सत्संग और उनका आशीर्वाद।
क्योंकि वही हैं जो हमें भगवान तक पहुँचाएंगे।
बंधन काटने वाला, दुख मिटाने वाला, वो ही तो बंधिचोर है!”
|| सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो ||
|| बंधिचोर महाराज अमर रहें ||
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