कैंसर भी हार गया – संत रामपाल जी महाराज के नाम जप से


 

आज के समय में कैंसर एक ऐसा रोग बन चुका है जिससे हर कोई डरता है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने चाहे जितनी भी तरक्की कर ली हो, लेकिन कई बार कैंसर के आगे डॉक्टर भी हार मान लेते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि सच्ची भक्ति और संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए गए नाम जाप से ऐसे-ऐसे चमत्कार हुए हैं, जिन पर साइंस भी चुप है?

ऐसा ही एक सत्य उदाहरण है एक भक्त का, जिसे एडवांस स्टेज कैंसर था। डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। कीमोथेरेपी और रेडिएशन काम नहीं कर रहे थे। परिवार टूट चुका था। तभी किसी ने उन्हें संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनने की सलाह दी। उन्होंने सत्संग सुना और फिर नाम दीक्षा (Naam Initiation) ली।

भक्त ने संत जी द्वारा दिए गए सच्चे मंत्र (Satnaam और Saarnaam) का नियमित जाप शुरू किया। साथ ही, उन्होंने संत जी द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना शुरू किया – जैसे मांस-मदिरा छोड़ना, झूठ और व्यभिचार से दूर रहना और परमेश्वर कबीर जी की पूजा करना।

कुछ ही हफ्तों में बदलाव दिखने लगे। शरीर में जो थकावट थी, वो कम होने लगी। मन शांत हुआ। रिपोर्ट्स में भी फर्क दिखने लगा। डॉक्टर भी हैरान रह गए कि बिना किसी भारी दवा के कैंसर कैसे घटने लगा। कुछ महीनों बाद उस व्यक्ति की मेडिकल रिपोर्ट्स पूरी तरह क्लियर आ गईं – कैंसर गायब हो चुका था।

यह सिर्फ एक कहानी नहीं है। ऐसे हज़ारों उदाहरण हैं जिनमें संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों को असाध्य रोगों से छुटकारा मिला है – चाहे वह कैंसर हो, किडनी फेलियर हो, लिवर डिजीज हो या मानसिक रोग।

ऐसा क्यों होता है?

क्योंकि जब कोई भक्त सच्चे नाम मंत्र का जाप करता है, तो उसकी आत्मा शुद्ध होती है। आत्मा पर लगे पाप नष्ट होते हैं और कर्मों के कारण जो बीमारियाँ आती हैं, वह अपने आप दूर हो जाती हैं। यही है सच्चे भक्ति मार्ग का चमत्कार, जिसे संत रामपाल जी महाराज ने फिर से जीवित किया है – वो भी शास्त्रों के प्रमाणों के साथ।

आज संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जो हर धर्मग्रंथ से प्रमाण देकर बताते हैं कि कबीर साहेब ही परमेश्वर हैं और उन्हीं की सच्ची भक्ति करने से ही मोक्ष व चमत्कारी लाभ संभव है।

इसलिए अगर किसी को भी ऐसी बीमारी है जिसका इलाज अब डॉक्टरी से नहीं हो पा रहा, तो वह एक बार संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेकर देखे। बिना खर्च के, बिना डर के, भक्ति से बीमारी का इलाज संभव है।

कैंसर जैसी भयानक बीमारी भी हार मान गई – जब आत्मा जुड़ गई सच्चे परमात्मा से, और मार्ग दिखाया पूर्ण संत ने – संत रामपाल जी महाराज ने।

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